वह अपने आप को सारे देवताओं से ऊंचा और बड़ा ठहराएगा ; जिसमें देवताओं के परमेश्वर, पुरखाओं के देवताओं और वह देवता जिससे स्त्रियाँ प्रीति रखती है शामिल है।